मानव संसाधन विकास
इस प्रकोष्ठ द्वारा परिषद की विभिन्न योजनाओं के प्रभारियों के समन्वय से कार्यरत तकनीकी एवं गैर तकनीकी अमले को आवश्यकता अनुसार प्रशिक्षण एवं क्षमतावर्धन हेतु राष्ट्रीय स्तर पर उपलब्ध विषेषज्ञों की प्रशिक्षण सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। मानव संसाधनों के विकास में प्रशिक्षण का महत्वपूर्ण योगदान है। किसी कर्मचारी की कार्य दक्षता उसे उचित प्रशिक्षण देकर बढ़ाई जा सकती है। प्रदेश में विज्ञान के क्षेत्र में उपलब्ध व्यक्तियों को उनसे संबंधित उच्च स्तरीय प्रयोगषालाओं व संस्थाओं के प्रशिक्षण कार्यक्रमों में भेजना और उनके द्वारा अर्जित ज्ञान को प्रदेश के विकास कार्यक्रमों में उपयोग करना ही इस प्रकोष्ठ का उद्देश्य है।
- परिषद् के मानव संसाधन के विकास के समुचित नियोजन, विकास एवं प्रबंधन में सहयोग
- प्रदेष में उपलब्ध वैज्ञानिक प्रतिभाओं को निखारने हेतु समुचित प्रयास करना
- विज्ञान के क्षेत्र में हुए नवीनतम तकनीकी शोधों में अवगत कराना
- तकनीकी दक्षता बढ़ाना
- कार्य की गुणवत्ता बढ़ाकर कार्य की प्रगति में तेजी लाना
- मानव संसाधनों को विज्ञान के क्षेत्र में विकसित करना
- परिषद् की परियोजनाओं में मानव संसाधन विकास से संबंधित सभी कार्यक्रमों के प्रबंधन एवं समन्वय का दायित्व
- म.प्र. में ज्ञान एवं कौषल का विकास
कौशल उन्नयन योजना
परिषद् में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में कार्यरत वैज्ञानिकों के कार्य की गुणवत्ता बढ़ाने में प्रषिक्षण का महत्वपूर्ण योगदान है। राष्ट्रीय एवं अतराष्ट्रीय स्तर की प्रयोगशालाओं/संस्थानों में उच्च स्तरीय प्रषिक्षण प्राप्त करने से परिषद के वैज्ञानिक नवीनतम शोधो से अवगत होगें एवं अपने विभाग में नये कार्य प्रारम्भ कर सकेगें जिससे पूरे प्रदेश के संस्थानों, वैज्ञानिकों, शोधार्थियों एवं जनसाधारण को लाभ होगा।
- परिषद के वैज्ञानिकों को अपने क्षेत्र में उच्च प्रशिक्षण प्रदान करना।
- परिषद की वैज्ञानिक प्रतिभाओं को निखारने हेतु समुचित प्रयास करना।
- परिषद के वैज्ञानिकों को विज्ञान के क्षेत्र में हुये नवीनतम शोधो से अवगत कराना।
- प्रशिक्षण प्राप्त क्षेत्र में, परिषद में नवीन कार्य प्रारम्भ करना।