म. प्र. विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी पुस्तकालय
पृष्ठभूमि
म.प्र. विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद् भोपाल द्वारा वर्ष 1983 - 84 में पुस्तकालय सह प्रलेखन केन्द्र की स्थापना राज्य के विद्यार्थियों /शिक्षकों/शोद्यकत्र्ताओं को विज्ञान विषयों पर उत्कृष्ट एवं अद्यतन जानकारियां उपलब्ध कराने के उदेश्य से की गई है। केन्द्र में प्रदेश के लोगों को उच्च अध्ययन एवं शोधकार्य हेतु उपयोग में आने वाले राष्ट्रीय/अंतराष्ट्रीय स्तर के जर्नल्स एवं संबंधित नये प्रकाशन, संदर्भ ग्रंथ, शोधपत्र इत्यादि उपलब्ध किये जाते हैं।
कार्य
- आन लाईन विस्तृत लिटरेचर सर्च हेतु पुस्तकालय में उपलब्ध पुस्तकों तथा जर्नल्स के डेटाबेस को वेब ओपेक पर म. प्र. विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद की वेबसाईट पर उपलब्ध कराया गया है।
- आन लाईन सर्च हेतु एक डाटाबेस सर्वर, 5 क्लान्ट नोड्स के साथ उपलब्ध है ।
- पुस्तकालीन सेवायें को श्म.ळतंदजींसंलंश् वजितम का उपयोग कर आटोमेट किया गया है ।
- देष के महत्वपूर्ण पुस्तकालय नेटवर्क की सदस्यता लेकर पाठकों को ज्यादा से ज्यादा सुविधायें प्रदान करना। पुस्तकालय आधुनिकीकरण के तहत डेव्लपिंग लायब्रेरी नेटर्वक (डेलनेट) नई दिल्ली की सदस्यता प्राप्त की गई है।
- आनलाईन जर्नल्स की सुविधा हेतु डेलनेट, नई दिल्ली बवदेवतजपं के अंतर्गत ;प्म्ैज्ब्ए च्ंबांहम व िम्दहपदममतपदहए बपमदबम - ज्मबीदवसवहलद्ध वार्षिक सदस्यता ली गई है। इसके अंतर्गत लगभग 1100 से अधिक आनलाईन ई-जर्नल्स पाठकों के लिये उपलब्ध है।
- विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विषयों की 8000 से अधिक पुस्तकें उपलब्ध हैं ।
- 7600 से अधिक राष्ट्रीय/अंतराष्ट्रीय स्तर के जर्नल्स के बेक वाल्यूम्स उपलब्ध हैं ।
- विभिन्न कार्यक्रमों के दौरान परिषद् के विभिन्न प्रकाषनों का विक्रय / वितरण किया गया।